नमस्कार दोस्तों कैसे हैं? मेरा नाम नरेंद्र है और में आज को आपको इस लेख में रुद्रप्रयाग के उन सभी जगहों के बारे में बताने वाला हूं जहां पर आप घूमने जा सकते हैं। दोस्तों रुद्रप्रयाग उत्तर भारत के उत्तराखंड राज्य के गढ़वाल मंडल के अलकनंदा और मंदाकिनी नदी के संगम पर स्थित है।

दोस्तों, रुद्रप्रयाग में कुछ प्रमुख स्थान है जिनके बारे में अक्सर हर किसी ने सुना होगा जैसे कि केदारनाथ, मद्मेश्वर, चोपता तुंगनाथ, कोटेश्वर महादेव आदि। लेकिन दोस्तों, इसके अलावा भी बहुत सारी ऐसी जगह हैं जो रुद्रप्रयाग जनपद में घूमने लायक हैं। तो आज में आज उन सब जगहों के बारे में आपको बताने वाला हूं।जो भी रुद्रप्रयाग जिले में घूमने लायक हैं और जहां पर समय रहते आपको जरूर जाना चाहिए। तो चलिए दोस्तों अब में आपको इन सब के बारे में बताता हूं।
रुद्रप्रयाग का परिचय –
रुद्रप्रयाग उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल का एक छोटा सा जिला है जो अलकनंदा और मंदाकिनी नदी के तट पर बसा हुआ है। इस जिले की स्थापना वर्ष 1997 में हुई थी। और यह अलकनंदा और मंदाकिनी नदी का जो यह संगम है यह पंच प्रयाग में से एक संगम है। इसका पुराना नाम रुद्रावत था इस जिले में 4 ब्लॉक हैं उखीमठ, अगस्त्यमुनि और जखोली। रुद्रप्रयाग जिले का कुल क्षेत्रफल 1984 वर्ग किलोमीटर है।
रुद्रप्रयाग के टॉप 5 पर्यटन स्थल –
यह वह पांच प्रमुख जगह हैं जिनके लिए प्रसिद्ध रूप से रुद्रप्रयाग जनपद जाना जाता है –
- केदारनाथ ( प्रथम केदार )
- मद्मेश्वर (द्वितीय केदार )
- तुंगनाथ ( तृतीय केदार )
- चोपता – जिसको मिनी स्वीटजरलैंड के नाम से भी जानते हैं।
- और कोटेश्वर मंदिर।
दोस्तों, आपको बता दें कि उत्तराखंड में जो पंच केदार हैं उनमें से तीन केदार रुद्रप्रयाग जनपद में स्थित हैं जो, क्रमशः केदारनाथ, मद्महेश्वर, और तुंगनाथ हैं।

रुद्रप्रयाग में घूमने के प्रमुख स्थल –
- केदारनाथ – गौरीकुंड से करीब 20 km पैदल।
- वासुकीताल – केदारनाथ मंदिर से करीब 7 किलोमीटर की चढ़ाई पर स्थित है।
- त्रिजुगीनारायण – सोनप्रयाग से 9 km ऊपर बाय रोड
- काशी विश्वनाथ गुप्तकाशी – रुद्रप्रयाग से 45 किलोमीटर
- कालीमठ – रुद्रप्रयाग से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- कालीशिला – कालीमठ मंदिर से 8 किमी की दूरी पर कालीशिला स्थित है।
- रुछ महादेव – कालीमठ से 6.5 किलोमीटर आगे
- मदमेश्वर – रुद्रप्रयाग से 63 किलोमीटर बाय रोड, फिर वहां से 18 किलोमीटर पैदल।
- ओमकारेश्वर उखीमठ – रुद्रप्रयाग से 43 किलोमीटर
- चोपता तुंगनाथ मंदिर – रुद्रप्रयाग से 70 किलोमीटर फिर रोड से 4 कम पैदल
- चंद्रशीला – चोपता तुंगनाथ मंदिर से लगभग 1.5 km ऊपर
- देवरियाताल – यह उखीमठ से लगभग 14 किलोमीटर बाय रोड है, रोड से उतरने पर फिर आपको 3 किलोमीटर करीब पैदल जाना पड़ेगा।
- बधाणीताल – रुद्रप्रयाग से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जोकि बांगर पट्टी में पड़ता है।
- सूर्यप्रयाग संगम ( सुमाड़ी नियर तिलवाड़ा ) – रुद्रप्रयाग से 12 किलोमीटर
- मठियाना खाल (जाखाल भरदार) – रुद्रप्रयाग से 21 किलोमीटर की दूरी बाय रोड है फिर वहाँ से 2 किलोमीटर की चड़ाई है।
- कार्तिक स्वामी ( पोखरी रोड कनकचोंरी ) – रुद्रप्रयाग से 39 किलोमीटर कनकचोंरी तक बाय रोड फिर 04 किलोमीटर पैदल
- दुर्गामंदिर (दुर्गाधार) – ( रुद्रप्रयाग से 20 किलोमीटर )
- कोटेश्वर महादेव – ( रुद्रप्रयाग से 03 किलोमीटर )
- हरियाली देवी मंदिर (कोदिमा गाँव) – रुद्रप्रयाग से 45 किलोमीटर बाय रोड फिर वहाँ से 5 किलोमीटर पैदल।
- रुद्रप्रयाग संगम – यहां पर अलकनंदा और मंदाकिनी नदी का संगम है और यहां पर एक छोटा सा रुद्रनाथ महादेव का मंदिर भी है।
दोस्तों, में रुद्रप्रयाग का स्थाई निवासी हूं जिसके चलते मैंने आपको लगभग उन सभी स्थानों के बारे में बताने का प्रयास किया है जहां पर आप रुद्रप्रयाग में घूम सकते हैं। और ये सभी स्थान देश और विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए मान्य हैं। इसके बावजूद भी अगर इन जगहों के अलावा आप किसी और भी जगह को जानते हैं तो मुझे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। धन्यवाद