परिभाषा –
“दो या दो से अधिक पदार्थ, तत्व या यौगिक से मिलकर बना होता है। उसे मिश्रण कहते हैं”।
किसी मिश्रण में दो या दो से अधिक प्रकार के प्रदार्थ, किसी भी अनुपात में मिले हो सकते है।
मिश्रण को पृथक करने के तरीके?

मिश्रण को पृथक करने के तरीके –
- वाष्पीकरण
- अपकेन्द्रीकरण
- पृथक्करण कीप द्वारा पृथक करना
- उर्ध्वपालन विधि
- क्रोमेटोग्राफी
- आसवन विधि
- क्रिस्टलीकरण
- छानन विधि
- चुम्बकीय पृथक्करण विधि
- फटकन विधि
- क्रोमेटोग्राफी।
मिश्रण कितने प्रकार के होते हैं? उदाहरण सहित समझाइए?
मिश्रण दो प्रकार के होते हैं –
- समांगी मिश्रण जैसे- हवा, विलयन और कोल्ड डिक्स।
- विषमांगी मिश्रण जैसे- मृदा और चट्टान।
पदार्थ की अवस्थायें क्या होती है?
पदार्थ की भौतिक अवस्थायें – पदार्थ की 3 भौतिक अवस्थायें होती हैं जो निम्न प्रकार हैं –
- ठोस
- द्रव
- गैस
जल में घुलनशील, अघुलनशील घुलनशील –
- जल में घुल जाने वाले – (चीनी, नमक)।
- अघुलनशील -जल में न घुलने वाले – (रेत, लकड़ी, लोहा)।
तत्व, यौगिक एवं मिश्रण –
- तत्व – पदार्थ का मूल रूप, अविभाजित (लोहा, सल्फर, हाइड्रोजन)।
- यौगिक – दो या दो से अधिक तत्वों का निश्चित अनुपात (नमक, पानी)।
- मिश्रण – दो या दो से अधिक तत्वों या यौगिकों का अनिश्चित अनुपात (शरबत, वायु)।
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चुम्बकीय अनुम्बकीय –
- चुम्बकीय पदार्थ – चुम्बक की ओर आकर्षित होने वाले (लोहा, निकिल, कोबाल्ट)।
- अचुम्बकीय पदार्थ – चुम्बक की ओर आकर्षित न होने वाले (लकड़ी, प्लास्टिक)।
पदार्थ के सूक्ष्मतम कण –
- अणु – स्वतन्त्र अवस्था में रह सकता है। एक तत्व से सभी अणु समान होते हैं।
- परमाणु – स्वतन्त्र अवस्था में नहीं रह सकता, रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेता है।
परमाणु –
- प्रोटोन (+) – खोजकर्ता – गोल्डस्टीन रदरफोर्ड
- इलेक्ट्रॉन (-) -जे. जे. टॉमसन
- न्यूट्रॉन (0) – जेम्स चैडविक
समांगी मिश्रण विषमांगी मिश्रण को परिभाषित कीजिए?
समांगी मिश्रण की परिभाषा – “ऐसे मिश्रण जिनमें दो या दो से अधिक अवयव उपस्थित रहते हैं, किन्तु उन्हें अलग- अलग नहीं देखा जा सकता है, “समांगी मिश्रण कहलाते हैं” और मिश्रण के सभी अवयव समान रूप से वितरित होते हैं। जैसे, – शरबत आदि।
विषमांगी मिश्रण की परिभाषा – “ऐसे ठोस अथवा द्रव पदार्थों के मिश्रण, जिनमें उनके अवयवी पदार्थों को सामान्यतः अलग-अलग देखा जा सकता है, “विषमांगी मिश्रण” कहलाते हैं”।
इस प्रकार के मिश्रण में सभी घटक समान रूप से वितरित नहीं होते हैं। जैसे- चॉक और ईंट के टुकड़ों का मिश्रण | किसी भी मिश्रण में घटकों का कोई निश्चित अनुपात नहीं होता | मिश्रण में घटकों के अपने गुण विद्यमान रहते हैं। मिश्रण से उनके घटकों को पृथक किया जा सकता है।
समांगी मिश्रण और विषमांगी मिश्रण में क्या अंतर है?
समांगी मिश्रण और विषमांगी मिश्रण में क्या अंतर –
समांगी मिश्रण (Homogeneous mixture ) –
- इसका एक समान संघटन होता है। इसमें विभिन्न अवयवों के बीच कोई स्पष्ट पृथक्करण सीमाएँ (boundaries of separation) नहीं होती हैं। उदाहरण के लिए जल में चीनी, में नमक, ऐल्कोहॉल में जल, कार्बन जल डाइसल्फाइ।
विषमांगी मिश्रण (Heterogeneous Mixture ) –
- इसका एक समान संघटन नहीं होता है।
- इसमें विभिन्न अवयवों के बीच स्पष्ट पृथक्करण सीमाएँ होती हैं। उदाहरण के लिए तेल में जल, चीनी तथा : नमक, बालू (रेत) तथा नमक आदि में सल्फर आदि।
- इसके अवयवों को आसानी से देखना संभव नहीं है।
- इसके अवयवों को प्रायः देख सकते हैं।
मिश्रण और यौगिक में क्या अंतर है?
मिश्रण और यौगिक में क्या अंतर –
मिश्रण –
- दो या अधिक शुद्ध पदार्थों के द्वारा बिना रासायनिक क्रिया के निर्मित पदार्थ मिश्रण होता है।
- मिश्रण का संघटन परिवर्तनीय होता है।
- इसमें घटकों के गुणधर्म विद्यमान रहते हैं।
यौगिक –
- दो या अधिक तत्वों के रासायनिक क्रिया के फलस्वरूप बने पदार्थ यौगिक होते हैं।
- यौगिक का संघटन सदैव स्थायी होता है। इसके गुणधर्म घटकों के गुणधर्म से सदैव भिन्न होते हैं।
- इसके घटकों को भौतिक विधियों द्वारा सुगमता से पृथक् किया जा सकता है।
- इसके घटकों को भौतिक विधियों द्वारा पृथक् नहीं किया जा सकता।
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