ई श्रम-कार्ड के फ़ायदे नुक्सान

ई श्रम-कार्ड (E-Shram Card)-
ई श्रम-कार्ड (E-Shram Card) केंद्र सरकार की योजना है। जिसका लाभ देश भर के सभी बच्चों और युवाओं को मिलेगा जो कि, निजी क्षेत्र में काम करते हैं या बेरोजगार हैं। जैसे महिलाएं, विद्यार्थी सरकारी नौकरी पाने के लिए तैयारी कर रहे अभ्यर्थी आदि इसे बनवा सकते हैं। यह योजना सबसे पहले उत्तर प्रदेश में लागू की जाएगी इसके अंतर्गत यहां लोगों को ₹500 मार्च 2022 से प्रतिमाह मिलने शुरू होंगे।यह जीवन के लिए मान्य होगा।
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ई श्रम कार्ड के उद्देश्य (Objective)-
इस योजना को लागू करने के पीछे सरकार का सबसे बड़ा मकसद असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वालों की जानकारी प्राप्त करना था। इससे पहले ऐसे लोगों का कोई भी सैटेलाइट डाटा (Centralized Data) सरकार के पास नहीं था। आजादी के इतने सालों बाद भी आजतक उन लोगों तक कोई भी लाभ पहुंचाने का साधन सरकार के पास नहीं था। अतः सरकार ने एक सेंट्रलाइज्ड लेबर्स (Centralized Labor) का डाटा बनाने के लिए इ-श्रम कार्ड (E-Shram Card) की योजना को शुरू किया।
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इससे पहले भी सरकार ने कोरोना काल में भी श्रमिकों के लिए कई सारी लाभदायक स्कीम प्रदान की थी। जिसमें लॉकडाउन में उन्हें पंद्रह सौ/1500 प्रतिमाह व मुफ्त राशन प्रदान किया गया था। पर एक स्वच्छ डाटा न होने की वजह से श्रमिकों का एक बड़ा वर्ग इससे वंचित रह गया था। इ-श्रम कार्ड योजना के बाद सरकार के पास उन सभी का एक सेंट्रलाइज्ड डाटा (Centralized Data)आ जाएगा, जिसके बाद कोई भी स्कीम या लाभ श्रमिक वर्ग को आसानी से पहुंचाया जा सकेगा।
ई श्रम-कार्ड के फायदे (Advantages)-
इसके अंतर्गत लोगों को ₹500 प्रति माह प्रदान किए जाएंगे। साथ ही 60 साल से ऊपर उम्र वालों को इस योजना के अंतर्गत ₹300 पेंशन के रूप में प्रतिमाह दिए जाएंगे। साथ ही इसके अंतर्गत दो लाख का बीमा भी दिया जा रहा है। मृत्यु या किसी दुर्घटना की स्थिति में इसे क्लेम किया जा सकता है। इसमें आयु अनुसार 55 से ₹200 तक की राशि प्रतिमाह जमा की जा सकती है। कोई व्यक्ति इसमें प्रतिमाह अगर 60 वर्ष की उम्र तक ₹200 प्रतिमाह जमा करता है तो, उसे सालाना ₹36000 पेंशन मिलेगी। साथ ही कोरोनावायरस (Coronavirus) की तीसरी लहर के संकट के समय भी राहत प्रदान करेगी। सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत किसानों को ₹2000 प्रतिमाह दिए जाने की भी बात कही गई है।
आइए, इसके कुछ अतिरिक्त फायदों के बारे में आपको विस्तृत रूप से जानकारी देते हैं –
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- सरकार के द्वारा एक यूनिक आइडेंटिटी कार्ड (unique identity card) आधार केवाईसी (KYC) के साथ किया जाएगा जो कि, ऑल इंडिया इशू (All India Issue) में वैलिड होगा।
- श्रमिक का सेंट्रलाइज्ड डाटा (Centralized Data) उनके बैंक अकाउंट से लिंक होगा ताकि, हुए वे आसानी से लाभ उठा सकें।
- किसी कंपनी द्वारा श्रमिकों को श्रम कार्ड के द्वारा आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा ताकि, हुए उन्हें रोजगार प्रदान कर सकें।
- पंजीकृत श्रमिक प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के अंतर्गत आकस्मिक मृत्यु या अन्य किसी विकलांगता पर दो लाख तक का बीमा प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही दुर्घटना से कोई विकलांगता होने पर ₹1 का लाभ प्राप्त होगा।
ई श्रम-कार्ड के नुकसान (Disadvantage)-
वैसे तो इसके कोई नुकसान सामने नहीं आए हैं पर, दो प्रकार के लोग इसका लाभ नहीं उठा सकेंगे। पहला सरकारी क्षेत्र में कार्यरत लोग जिनका प्रतिमा जीपीएस (GPS) या एनपीएस (NPS) काटा जाता है, और दूसरा बड़े व्यापारी जिनकी बड़ी राशि इनकम टेक्स (Income Tex) के रूप में भुगतान की जाती है। साथ ही पेंशनभोगी भी इससे वंचित रहेंगे। केंद्र सरकार द्वारा यह योजना लगभग 4 माह पहले लांच की गई थी। इसके पोर्टल पर अभी तक 17 करोड से अधिक लोगों का पंजीकरण करवाया जा चुका है,जिनमें ज्यादातर श्रमिक वर्ग के हैं।
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