
दिल्ली से केदारनाथ कैसे जाएं? । केदारनाथ कहाँ स्थित है?
केदारनाथ मंदिर का इतिहास? । History of Kedarnath Temple
केदारनाथ मंदिर, रूद्रप्रयाग – केदारनाथ मंदिर की उम्र के बारे में कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं मिलता है, लेकिन केदारनाथ एक हजार साल से एक महत्वपूर्ण तीर्थ रहा है। राहुल सांकृत्यायन के अनुसार यह 12-13 वीं शताब्दी का है। ग्वालियर से प्राप्त एक राजा भोज स्तुति के अनुसार इनका निर्माण 1076-99 के काल में हुआ है।
एक मान्यता के अनुसार, वर्तमान मंदिर का निर्माण आदि शंकराचार्य ने 8वीं शताब्दी में द्वापर काल में पांडवों द्वारा निर्मित पहले मंदिर के बगल में किया था। केदारनाथ मंदिर की बड़ी ग्रे सीढ़ियों पर पाली या ब्राह्मी लिपि में कुछ ऐसा अंकित है, जिसे स्पष्ट रूप से जानना मुश्किल है।
केदारनाथ जी के तीर्थ पुजारी इस क्षेत्र के प्राचीन ब्राह्मण हैं, उनके पूर्वज इस स्वयंभू ज्योतिर्लिंग की पूजा ऋषि-मुनि भगवान नर-नारायण के समय से करते आ रहे हैं, जिनकी संख्या उस समय 360 थी। पांडवों के पोते राजा जनमेजय ने उन्हें इस मंदिर में पूजा करने का अधिकार दिया था और तब से वे तीर्थयात्रियों से पूजा करवा रहे हैं।
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आदि गुरु शंकराचार्य के समय से, दक्षिण भारत के जंगम समुदाय के रावल और पुजारी मंदिर में शिव लिंग की पूजा करते हैं, जबकि तीर्थयात्रियों की ओर से इन तीर्थ पुरोहित ब्राह्मणों द्वारा पूजा की जाती है। मंदिर के सामने याजकों के पास अपने मेहमानों और अन्य यात्रियों के लिए पक्की धर्मशालाएँ हैं, जबकि मंदिर के पुजारियों और अन्य कर्मचारियों की इमारतें मंदिर के दक्षिण की ओर हैं।

केदारनाथ कहाँ स्थित है? । where is Kedarnath located
केदारनाथ मन्दिर भारत के उत्तराखण्ड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित हिन्दुओं का प्रसिद्ध मंदिर है। उत्तराखण्ड में हिमालय पर्वत की गोद में केदारनाथ मन्दिर बारह ज्योतिर्लिंग में सम्मिलित होने के साथ चार धाम और पंच केदार में से भी एक है। यहाँ की प्रतिकूल जलवायु के कारण यह मन्दिर अप्रैल से नवंबर माह के मध्य ही दर्शन के लिए खुलता है।
पत्थरों से बने कत्यूरी शैली से बने इस मन्दिर के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण पाण्डवों के पौत्र महाराजा जन्मेजय ने कराया था। यहाँ स्थित शंभु शिवलिंग अति प्राचीन है। आदि गुरु शंकराचार्य ने इस मन्दिर का जीर्णोद्धार करवाया।
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केदारनाथ का तापमान और ऊंचाई? । Kedarnath temperature and altitude
केदारनाथ मन्दिर समुद्र तल से 11686 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। गर्मियों के समय में केदारनाथ का तापमान 17 डिग्री तक चले जाता है वहीं सर्दियों में यह -04 डिग्री तक रहता है। दिल्ली से 470 किलोमीटर की दूरी पर ही केदारनाथ पड़ता है। जहां पर भगवान शिव को समर्पित मंदिर है।
केदारनाथ कैसे जाएं? । how to reach Kedarnath
सड़क मार्ग से केदारनाथ कैसे पहुंचें? (By Road) –
“ केदारनाथ″ – दिल्ली से केदारनाथ की दूरी कितने 470 किलोमीटर है। जो कि दिल्ली से हरिद्वार तक यह राष्ट्रीय राजमार्ग 334 से होकर आता है उससे आगे यह रूद्रप्रयाग तक राष्ट्रीय राजमार्ग 07 से होकर जाता है और अंत में रूद्रप्रयाग से आगे यह गौरीकुंड तक राष्ट्रीय राजमार्ग 107 से होकर गुजरता है। जिसमें कि आपको लगभग 11 घंटा 30 मिनट का समय लग जाता है। गौरीकुंड से आगे आपको 16 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी होगी। आप चाहें तो घोड़े खच्चर या कंडी की मदद या फाटा से हैली सेवा से भी जा सकते हैं।
ट्रेन मार्ग से केदारनाथ कैसे पहुंचें? ( By Train ) –
केदारनाथ धाम का लिए सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश और हरिद्वार में स्थित है। ऋषिकेश और हरिद्वार के बीच की दूरी मात्र 20 किलोमीटर है। आप दोनों जगहों में से कहीं भी जा सकते हैं। यहां पहुँचने के बाद टैक्सी या प्राइवेट कार से आप केदारनाथ धाम पहुँच सकते हैं।
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ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से केदारनाथ 205 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। और हरिद्वार रेलवे स्टेशन से केदारनाथ 233 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जो कि दिल्ली से रूद्रप्रयाग तक राष्ट्रीय राजमार्ग 07 से होकर गुजरता है उसके बाद रूद्रप्रयाग से आगे यह गौरीकुंड तक राष्ट्रीय राजमार्ग 107 से होकर गुजरता है। इसमें आपको करीब 07 घंटे 30 मिनट से लेकर 08 घंटे का समय लग जाएगा।
हवाई मार्ग से केदारनाथ कैसे पहुंचें? ( By Air ) –
केदारनाथ धाम के लिए हवाई अड्डा उपलब्ध है, जोकि केदारनाथ मार्ग पर स्थित गुप्तकाशी बाजार से 14 किलोमीटर आगे फाटा में हैली पैड मौजूद है जहांसे आप केदारनाथ मन्दिर के लिए उड़ान भर सकते हैं। लेकिन अगर आप बहुत दूर से हवाई मार्ग से आना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले नजदीकी एयरपोर्ट जोलीग्रान्ट आना होगा।
जोलीग्रान्ट एयरपोर्ट से आप गाड़ी या प्राइवेट कार की मदद से केदारनाथ धाम बहुत आसानी से पहुँच सकते हो। जोलीग्रान्ट एयरपोर्ट से केदारनाथ धाम 222+16 (16 किलोमीटर गौरीकुंड से केदारनाथ पैदल) यानि की कुल 238 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जोकि राष्ट्रीय राजमार्ग NH 107 से होकर जाता है। जोलीग्रान्ट एयरपोर्ट से केदारनाथ धाम पहुचने में आपको गाड़ी से करीब 07 घंटे का समय लग जाता है।
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केदारनाथ क्यों प्रसिद्ध है? । Kedarnath is famous for
कैलाश मानसरोवर के प्राचीन मार्ग पर स्थित जागेश्वर, शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। ऐसी मान्यता है कि जगद्गुरु आदि शंकराचार्य ने इस स्थान का भ्रमण किया और इसकी मान्यता को पुर्नस्थापित किया। जागेश्वर मंदिर समूह में 125 छोटे बड़े मदिर सम्मिलित है जिनका निर्माण काल 7वी शती ईसवी से 18वीं शती ईसवी के मध्य हैं। ये मंदिर भगवान शिव तथा अन्य देवी-देवताओं को समर्पित है।
केदारनाथ किस जिले में स्थित है?
केदारनाथ धाम रूद्रप्रयाग जिले में स्थित है।
केदारनाथ का निकटतम हवाई अड्डा कौन सा है?
केदारनाथ धाम का निकटतम हवाई अड्डा जोलीग्रान्ट (देहरादून) है।
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केदारनाथ का निकटतम रेल्वे स्टेसन कौन सा है?
जागेश्वर धाम का निकटतम रेल्वे स्टेसन ऋषिकेश और हरिद्वार है।
ऋषिकेश से केदारनाथ की दूरी कितनी है?
ऋषिकेश से केदारनाथ की दूरी 208 किलोमीटर है। यह दूरी सिर्फ गौरीकुंड सड़क तक की है इसके अलावा 16 किलोमीटर पैदल मार्ग भी है। यह दूरी सिर्फ गौरीकुंड सड़क तक की है इसके अलावा 16 किलोमीटर पैदल मार्ग भी है।
हरिद्वार से केदारनाथ की दूरी कितनी है?
हरिद्वार से केदारनाथ की दूरी 232 किलोमीटर है। यह दूरी सिर्फ गौरीकुंड सड़क तक की है इसके अलावा 16 किलोमीटर पैदल मार्ग भी है। यह दूरी सिर्फ गौरीकुंड सड़क तक की है इसके अलावा 16 किलोमीटर पैदल मार्ग भी है।
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हरिद्वार से केदारनाथ जाने के लिए कौन सा राष्ट्रीय राजमार्ग है?
दिल्ली से हरिद्वार तक यह राष्ट्रीय राजमार्ग 334 से होकर आता है उससे आगे यह रूद्रप्रयाग तक राष्ट्रीय राजमार्ग 07 से होकर जाता है और अंत में रूद्रप्रयाग से आगे यह गौरीकुंड तक राष्ट्रीय राजमार्ग 107 से होकर गुजरता है।
केदारनाथ मंदिर किस को समर्पित है?
केदारनाथ मंदिर भगवान भोलेनाथ यानि की शिव को समर्पित है।
केदारनाथ मंदिर की स्थापना कब हुई?
कहा जाता है कि जगतगुरु शंकराचार्य ने 32 वर्ष की आयु में भारत की चारों दिशाओं में चारों धामों की स्थापना कर श्री केदारनाथ धाम में यहीं समाधि ली थी। उन्होंने वर्तमान मंदिर का निर्माण कराया था।
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देहरादून से केदारनाथ की दूरी कितने किलोमीटर है?
देहरादून से केदारनाथ की दूरी 245 किलोमीटर है। यह दूरी सिर्फ गौरीकुंड सड़क तक की है इसके अलावा 16 किलोमीटर पैदल मार्ग भी है।
आगरा से केदारनाथ की दूरी कितने किलोमीटर है?
आगरा से केदारनाथ की दूरी 629 किलोमीटर है। यह दूरी सिर्फ गौरीकुंड सड़क तक की है इसके अलावा 16 किलोमीटर पैदल मार्ग भी है।
वाराणसी से केदारनाथ धाम की दूरी कितने किलोमीटर है?
वाराणसी से केदारनाथ धाम की दूरी 980 किलोमीटर है। यह दूरी सिर्फ गौरीकुंड सड़क तक की है इसके अलावा 16 किलोमीटर पैदल मार्ग भी है।
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केदारनाथ से बद्रीनाथ की दूरी कितने किलोमीटर है?
केदारनाथ से बद्रीनाथ की दूरी कितने 224 किलोमीटर है।
केदारनाथ मंदिर का नाम किसके नाम से है?
सतयुग में शासन करने वाले राजा केदार के नाम पर इस स्थान का नाम केदार पड़ा।
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