नमस्कार दोस्तों, आज हम बात करेंगे बाबा अमरनाथ की यानी कि बाबा बर्फानी की इस लेख में मैं आपको बताऊंगा कि अमरनाथ कैसे पहुंचना है यहां जाने के लिए रजिस्ट्रेशन किस प्रकार होगा? किन-किन चीजों की हमें जरूरत पड़ेगी और अमरनाथ जाने का कुल खर्चा कितना आएगा? तो यह सब चीजें में, आज आपको इसलिए के माध्यम से बताऊंगा चलिए शुरू करते हैं।

अमरनाथ कहां स्थित है?
अमरनाथ हिंदुओं का एक प्रमुख तीर्थस्थल है। यह कश्मीर राज्य में श्रीनगर शहर के उत्तर-पूर्व में समुद्र तल से 135 मिलीमीटर दूर 13,600 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस गुफा की लंबाई (अंदर की गहराई) 19 मीटर और चौड़ाई 16 मीटर है।
अमरनाथ कैसे पहुंचे?
रेल मार्ग से अमरनाथ कैसे पहुंचे –
अमरनाथ यात्रा का अंतिम रेलवे स्टेशन जम्मू है। जम्मू के लगभग सभी हिस्सों से रेल संपर्क है। यात्री जम्मू पहुंचते हैं और वहां से चले जाते हैं।
हवाई मार्ग से अमरनाथ कैसे पहुंच –
अमरनाथ यात्रा के लिए निकटतम हवाई अड्डा जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर है। यहां के लिए प्रमुख सरकारी व गैर सरकारी विमानन कंपनियों की हवाई सेवाएं उपलब्ध हैं। यात्री दिल्ली से यहां तक हवाई सेवा के माध्यम से पहुंचकर पहलगाम तक का 96 किमी का सफर सड़क मार्ग से तय कर सकते हैं।
सड़क मार्ग से अमरनाथ कैसे पहुंचे –
सड़क यात्री राज्य परिवहन निगमों की बसों से जम्मू तक पहुंच सकते हैं और आगे पहलगाम का 315 किमी का सफर जम्मू-कश्मीर में उपलब्ध वाहनों बस या कार से तय किया जा सकता है। अमरनाथ यात्रा के लिए अंतिम रेलवे स्टेशन जम्मू है। जम्मू का लगभग सभी हिस्सों से रेल संपर्क है यात्री जम्मू पहुंचकर वहां से आगे।
अमरनाथ जाने का बेस्ट समय क्या है?
गर्मियों में अमरनाथ का वातावरण बहुत मधुर रहता है। गर्मियों में यहाँ का तापमान 15 डिग्री रहता है, जिसके कारण यहाँ दर्शन करने हजारों श्रद्धालु आते हैं। इस यात्रा का सबसे अच्छा समय गुरु पूर्णिमा और श्रावण पूर्णिमा के समय में होता है। जून से लेकर अगस्त 45 दिन के उत्सव आषाढ़ पूर्णिमा से रक्षाबंधन तक होने वाले पवित्र हिमलिंग दर्शन के लिए दर्शनों के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। हिन्दुओ का सबसे पवित्र श्रावण महिना माना जाता है।
अमरनाथ यात्रा के दौरान किन किन चीजों की आवश्यकता पड़ेगी?
- गर्म कपड़े
- ट्रैकिंग बैग
- पावर बैंक
- 2 जोड़ी जूते
- 4 जोड़ी मोजे
- गर्म पानी की बोतल
- रास्ते के लिए ग्लूकोस के पैकेट
- पैदल चलने के लिए छड़ी
- गर्म कपड़े
- ट्रैकिंग बैग
- पावर बैंक
- 2 जोड़ी जूते
- 4 जोड़ी मोजे
- गर्म पानी की बोतल
- रास्ते के लिए ग्लूकोस के पैकेट
- पैदल चलने के लिए छड़ी
- गर्म कपड़े
- ट्रैकिंग बैग
- पावर बैंक (इमरजेंसी में मोबाइल चार्ज करने के लिए)
- अगर आप फोटोग्राफी के शौकीन हैं तो DSLR कैमरा
- 2 जोड़ी जूते
- 4 जोड़ी मोजे
- गर्म पानी की बोतल (जिस बोतल पे पानी गर्म ही रहे)
- रास्ते के लिए ग्लूकोस के पैकेट
- पैदल चलने के लिए छड़ी
- कुछ हल्की फुल्की खाने पीने की चीजें
- हो सके तो कुछ इमरजेंसी के लिए भी दवाइयां अपने पास रख लीजिए जैसे कि – पेट दर्द, बदन दर्द, सिर दर्द, दर्द की गोली, गैस की गोली।
अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
अमरनाथ यात्रा के लिए आपको अमरनाथ श्रम बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा यह अमरनाथ यात्रा श्राइन बोर्ड का ऑफिशियल वेबसाइट है आप इस वेबसाइट www.shriamarnathjishrine.com में जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
अमरनाथ पैदल यात्रा की चढ़ाई कितनी है?
पहलगाम से गुफा तक की दूरी लगभग 51 किलोमीटर है। पहलगाम से चंदनवाड़ी तक 17 किलोमीटर मार्ग पर चार पहिया वाहन जैसे जी सुनो ट्रैक्स इत्यादि चलते हैं चंदनवाड़ी से 4 किलोमीटर की दूरी पर है सूटों की सूटों की चढ़ाई लगभग 1 किलोमीटर है इस यात्रा में आप को कम से कम 4 से 5 दिन का समय चढ़ाई चढ़ने में लग जाता है।
अमरनाथ मंदिर कहाँ स्थित है?
अनंतनाग जिला अमरनाथ पर्वत पर स्थित अमरनाथजी गुफा के लिए प्रसिद्ध है जिसकी ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 5,486 मीटर है। अमरनाथजी का विश्व प्रसिद्ध मंदिर लगभग 48 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पहलगाम से और पूरे भारत से भक्तों को आकर्षित करता है।
अमरनाथ में रहने की क्या व्यवस्था है?
रात भर ठहरने के लिए यहाँ पर कैम्पों का निर्माण नीचे दिए गए शिविरों में उपलब्ध हैं। इन कैम्पों को श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड द्वारा निजी ठेकेदारों को आउटसोर्स के माध्यम से दिया गया है। इनको पाने के लिए इनका पहले आओ पहले पाओ के आधार पर नियम है। इन कैंपों में एक रात के रहने का खर्चे का विवरण नीचे दिया गया है –

इन झोंपड़ियों के अलावा, निजी व्यक्तियों द्वारा पवित्र गुफा के रास्ते में रात भर ठहरने के लिए तंबू भी उपलब्ध कराए जाते हैं। प्रति रात्रि शुल्क सहित प्रत्येक शिविर में टेंटों की संख्या नीचे दी गई है –

अमरनाथ क्यों प्रसिद्ध है?
अमरनाथ की गुफा का महत्व इसलिए है क्योंकि यहां पर एक शिवलिंग का निर्माण होता है जो बर्फ का होता है। इस गुफा का महत्व इसलिए भी है क्योंकि इस गुफा में भगवान शिव ने स्वयं देवी पार्वती को अमरत्व का मंत्र सुनाया था। ऐसा माना जाता है कि यहां पर शिव साक्षात विराजमान रहते हैं।
अमरनाथ को दूसरे नाम से “बाबा बर्फानी” के नाम से भी जाना जाता है जो कि स्वयं बर्फ का एक बड़ा सा शिवलिंग खुद ही बन जाता है जो कि एक आश्चर्य वाली बात है, इसीलिए अमरनाथ या बाबा बर्फानी इतना प्रसिद्ध है।
अमरनाथ यात्रा का कुल खर्चा कितना आएगा?
अगर आप अपनी यात्रा पैदल करते हैं तो इसमें आपका थोड़ा सा खर्चा बज जाएगा और आपका प्रति व्यक्ति लगभग 4 दिन ऊपर जाने और तीन-चार दिन नीचे आने में लगभग आपके 6000 से 7000 लगेंगे। अगर आप घोड़े खच्चर या पालकी से ऊपर जाते हैं तो इसमें आपका खर्चा 14000 से 15000 लग जाएगा। ये खर्चा सिर्फ पैदल यात्रा का है इसमें आपका बस टिकट ट्रेन टिकट या हवाई टिकट आप जिस भी माध्यम से अपने शहर से आए हो वह इंक्लूड नहीं है यह सिर्फ पैदल यात्रा का खर्चा है
अमरनाथ यात्रा हेल्पलाइन नंबर?
- हेल्पलाइन नंबर – 14464
- टोल-फ्री नंबर जम्मू – 1800180 7198
- एसजीआर – 18001807199
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